देश : सर्बिया राजधानी : बेलग्राद सर्बिया का एक गांव डोकाट जिसकी आबादी लगभग 265 लोगों की है इस गांव में तकरीबन अधिकतर बड़ी उम्र के लोग हैं जो 50 साल या उससे ऊपर के डोकाट में बच्चों की पैदावार में कमी और जनरेशन गैप की वजह से उस गांव में मौजूद एक प्राइमरी स्कूल को इस वजह से बंद करना पड़ा कि वहां कोई भी बच्चा या बच्ची पढ़ने वाला नहीं था सर्बिया के इस गाँव में निकोलीना नामी एक बच्ची जब स्कूल जाने के काबिल हुई तो सर्बिया की गवर्नमेंट ने स्कूल दोबारा 7 साल बाद खोलने का एलान किया निकोलीना की टीचर मैलिका मैकेज है जो नीकोलीना के लिए हर रोज स्कूल आती है टीचर इस बच्ची को इस बात का एहसास नहीं होने देती कि वह क्लास में अकेली पढ़ने वाली है ! दूसरा मामला- देश -जापान! राजधानी-टोक्यो! जापान में चलने वाली एक ट्रेन ,सुदूर उत्तर के एक द्वीप कामी शिरातकी को मेनलैंड से जोड़ती है । तीन साल पहले पर्याप्त यात्री ना मिलने के कारण उस ट्रेन को बंद करने का फ़ैसला लिया गया था !लेकिन तभी ट्रेन कम्पनी को पता चला ,उस ट्रेन से रोज़ एक लड़की अपने स्कूल जाती है । रोज़ एक अकेली लड़की ही उस ट्रेन की यात्र
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